Sunday, January 20, 2019

लेख, असल में हिन्दी क्या है और क्यों हम धारा प्रवाह हिन्दी नही बोल पाते

    हा यह सच है कि भारत में लोग धाराप्रवाह हिन्दी नही बोल सकते वजह ये है कि हमे असलियत में हिन्दी भाषा का भान ही नही है |

     दरअसल हम आज जिस भाषा को हिन्दी कहते हैं वह देवनागरी एवं उर्दू का मिश्रण है | उदाहरण के तौर पर यदि हम किसी से ये पूछते हैं कि , ‘साहब आपको एक गिलास पानी चाहिए क्या’ | तो इस एक वाक्य में साहब शब्द उर्दू का है , गिलास उर्दू का शब्द है , पानी उर्दू का शब्द है एवं आपको, एक , चाहिए और क्या देवनागरी के शब्द है | तो यदि हम उसी वाक्य को असली एवं शुद्ध हिन्दी यानी देवनागरी में बोलना चाहे तो कुछ यू कह सकते हैं, ‘महोदय आपको एक जल पात्र जल चाहिए क्या ‘|

    यही वजह है कि हम लोग धाराप्रवाह हिन्दी नही बोल पाते क्योंकि हम अपने आम बोलचाल में हिन्दी से कही ज्यादा उर्दू भाषा के शब्दों को बोलते हैं और बहोल सारे लोगों को बोलते वक्त यह भी नही पता रहता के वो उर्दू के शब्द बोल रहे हैं |

     हमारी हिन्दी की तरह ही हमारी उर्दू भी हमारे भारत देश में जन्मी भाषा है | हिन्दी एवं उर्दू दोनों ही हमारे भारत देश की शान हैं और घर घर में बोली जातीं हैं |

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स्तंभ जीवन मूल्य, मां से विरासत ये मिला है मुझे

    पढ़ाई को महत्व देने की सिख एवं किसी काम को पुरी इमानदारी से करने का मनोबल मुझे अपनी मां से विरासत में मिला है |

   मां चाहे पढी लिखी हो या ना हो मगर हर मां यही चाहती है कि उसके बच्चे खूब पढ़े लिखे एवं उसका नाम रोशन करें | हर मां बाप अपनी हैसियत के मुकाबिल अपने बच्चो को शिक्षा दिलाने की कोशिश करते हैं तो बच्चो का भी फर्क ये बनता है कि शिक्षा हासिल कर अपने समाज की उन्नति में अपना योगदान दें |

    अच्छे संस्कार तो हर बच्चे को अपनी मां से विरासत में ही मिलते हैं एवं उन संस्कारो का जीवन भर पालन करना हर बच्चे की जिम्मेदारी है |

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स्तंभ दरार, रिश्ते में दूरियां आने की वजहें

   रिश्ते में दूरियां आने की कई बजहे हो सकती हैं | जिनमें से सबसे बड़ी बजह गलतफ़हमी है | गलतफ़हमी किसी भी तरह के रिश्ते को सिरे से बर्बाद कर सकती है | इसलिए अगर आपको ये लग रहा हो के आपके रिश्ते में गलतफ़हमी हावी हो रही है तो समझदारी इसी में है के समय रहते गलतफ़हमी दूर कर ली जाए तो |

    किसी रिश्ते में दूरियां आने की दूसरी वजह ये हो सकता है कि किसी विषय को लेकर आपके एवं जिनसे आपका रिश्ता है के बीच में मदभेद हो | मदभेद को सुलझाने का एक तरिका ये है की आप एक साथ बैठकर मदभेद को कम करने की कोशिश करें या उस विषय को ही छोड़ दें जो मदभेद का कारण है |

    इन कारणों के अलावा तीसरा करण ये हो सकता है कि किसी के स्वाभिमान को ठेस पहुँची हो | इस स्थिति में अदर आपको ये लगता है कि कि आपकी किसी हरकत की वजह से किसी के स्वाभिमान को ठेस पहुँची है तो आपको उस व्यक्ति विशेष से माफी मांगनी चाहिए एवं अपने रिश्ते को बेहतर बनाने की पहल करनी चाहिए |

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