इसे पढ़ कर शायद आपको जरा सा सुकून मिले या हमारे देश की न्याय व्यवस्था पर यकीन बना रहे | इन फैसलों को बदलाव कि शुरुआत भी मान सकते हैं | मैं ये खबर पढकर खुश हूं क्योंकि अब हमारे भारत में बेटियों के गुनहगारों को उनकी अपराध की उचीत सजा मिलने लगी है और बहोत कम समय में मिलने लगी है | वरना कुछ समय पहले तक तो न्याय के नाम पर केस कि फाइलें बनती थी और कही गोदाम में दबा दी जाती थी और सजा के नाम पर गुनहगारों पर केवल मुकदमा दर्ज किया जाता था और सुनवाईयों पर सुनवाईया चलती रहती थी |
मेरी ये टिप्पणी आपको कैसी लगी है मुझे अपने कमेंट के जरिए जरुर बताइएगा | अगर अपनी रचना को प्रदर्शित करने में मुझसे शब्दों में कोई त्रुटि हो गई हो तो तहे दिल से माफी चाहूंगा | एक नई रचना के साथ मैं जल्द ही आपसे रूबरू होऊंगा | तब तक के लिए अपना ख्याल रखें अपने चाहने वालों का ख्याल रखें | मेरी इस रचना को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया | नमस्कार |
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