Sunday, January 20, 2019

स्तंभ जीवन मूल्य, मां से विरासत ये मिला है मुझे

    पढ़ाई को महत्व देने की सिख एवं किसी काम को पुरी इमानदारी से करने का मनोबल मुझे अपनी मां से विरासत में मिला है |

   मां चाहे पढी लिखी हो या ना हो मगर हर मां यही चाहती है कि उसके बच्चे खूब पढ़े लिखे एवं उसका नाम रोशन करें | हर मां बाप अपनी हैसियत के मुकाबिल अपने बच्चो को शिक्षा दिलाने की कोशिश करते हैं तो बच्चो का भी फर्क ये बनता है कि शिक्षा हासिल कर अपने समाज की उन्नति में अपना योगदान दें |

    अच्छे संस्कार तो हर बच्चे को अपनी मां से विरासत में ही मिलते हैं एवं उन संस्कारो का जीवन भर पालन करना हर बच्चे की जिम्मेदारी है |

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    इस स्तंभ को लिखते वक्त अगर शब्दो में या टाइपिंग में मुझसे कोई गलती हो गई हो तो उसके लिए मै बेहद माफी चाहूंगा | मै जल्दी ही एक नई रचना आपके सम्मुख प्रस्तुत करूंगा | तब तक अपना ख्याल रखें अपनों का ख्याल रखें , नमस्कार |  द्वारा भीम

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