Thursday, July 26, 2018

मित्र को पत्र

मित्र को पत्र
प्रिय मित्र

    आशा करता हूं कि मैं तुम्हें अभी याद होऊंगा | मुझे उम्मीद है कि तुम पूर्ण स्वस्थ एवं सुरक्षित जीवन यापन कर रहे होगे तथा एक उज्जवल भविष्य की ओर बढ़ रहे होगे |

     मैं भी पूर्ण कुशलपूर्वक हूं और अभी अध्ययनरत हूं | बड़े दिन बाद आज अशोक से मुलाकात हुई तो विद्यालय की सभी यादें मन में ताजा हो गई | यह वही अशोक है जो लंबा सा पतला सा था और काले कलर का मोटा सा चश्मा लगाता था , वह भी चश्मा लगाता है | तुम्हें याद है मेरी तुम्हारी और अशोक की तिकड़ी के चर्चे पूरे विद्यालय में हुआ करते थे | मैं अभी कहां विद्यालय की बातें लिखने लगा | जबसे कक्षा आठ के बाद से तुमने विद्यालय छोड़ा था  तबसे तुमसे मिलना ही नहीं हुआ यार |  मुझे तुम्हारे नाम के अलावा और कुछ पता नहीं है तुम्हारे बारे में |

     तुमसे मिलने की आशा है मित्र | मुझसे मिलने की कोशिश करना | अपना और अपने माता-पिता का ख्याल रखना |

                                                                                                                     तुम्हारा मित्र

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       मेरा ये पत्र आपको कैसा लगा है मुझे अपने कमेंट के जरिए जरुर बताइएगा | अगर अपनी रचना को प्रदर्शित करने में मुझसे शब्दों में कोई त्रुटि हो गई हो तो तहे दिल से माफी चाहूंगा |  एक नई रचना के साथ मैं जल्द ही आपसे रूबरू होऊंगा | तब तक के लिए अपना ख्याल रखें  अपने चाहने वालों का ख्याल रखें | मेरी इस रचना को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत शुक्रिया | नमस्कार |

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