Monday, October 4, 2021

किसान आंदोलन के नाम पर लखीमपुरखिरी हिंसा और भाजपा की योगी सरकार

 ऐसा इनको लगता है कि साहिनबाग के वजह से भाजपा दिल्ली नही जीत पाई तो इसकी सफलता से उत्साहित होकर ये किसान आंदोलन की नौटंकी शुरु की गई और फिर इसी कड़ी में भाजपा बंगाल का चुनाव हार गई तो इनको लगने लगा है की हां ये तो सही तरिका है कि इससे भाजपा चुनाव हार रही है तो इनको लगता है कि योगी को भी इसी तरह से हराया जा सकता है | 

यदि साहिनबाग की नौटंकी को सही तरीके से शांत कर दिया जाता तो आज ये सब नही होता | इस तरीके के राजनीतिक स्टंट करके सत्ता में आने का कांग्रेस का पुराना इतिहास रहा है और आंदोलन के नाम पर ये सब ड्रामे इसीलिए जानबूझ कर चुनाव के वक्त कराए जाते हैं क्योंकि जानते हैं कि ऐसे वक्त में कोई भी राज्य सरकार सख्त एक्शन नहीं लेगी और यही हो भी रहा है |

मुझे अभी तक ये समझ में नही आया कि आखिर भाजपा की केन्द्र सरकार हो या राज्य सरकार हो इनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही से डर क्यों रहे हैं आखिर किस बात का डर है |

आप इस तरह के राजनीतिक प्रयोगों को रोक क्यों नहीं रहें हैं जबकि आप ये जानते हैं कि इससे आपका कोर वोटर कहीं नही जाने वाला उल्टा यदि आप इस तरह की आंदोलन या विरोध प्रदर्शन के नाम पर हो रही नौटंकी को रोकेंगे तो इससे आपका वोटर बेस बढ़ेगा ही कम नही होगा | इसका मूल कारण यह है कि इस तरह की राजनीतिक नौटंकीयों से आम लोगों का कोई लेना देना नही होता बल्कि आम सामान्य लोग इससे परेशान ही होता है उसे इससे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष नुकसान ही होता है |